मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मजबूती से डटे रहने का संकेत दिया है। बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन कार्यवाही में हिस्सा लेने के बाद जब पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए में शामिल शिवसेना ने अविास प्रस्ताव पर मतदान में सरकार का साथ देने के बदले वाकआउट का फैसला किया है, तो उन्होंने कहा कि उनका फैसला वो जानें, हम लोग तो सरकार के साथ हैं। मालूम हो कि लोकसभा में जदयू के दो सांसद हैं। पार्टी ने अविास प्रस्ताव के विरोध में मतदान करने के लिए पहले ही व्हिप जारी कर दिया था। हालांकि जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने सरकार में रहकर भी साथ नहीं देने के शिवसेना के फैसले पर चिंता जताई। दूसरी ओर चंद्रबाबू नायडू से नीतीश कुमार की तुलना किये जाने पर आपत्ति भी जताई। उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू की तरह नीतीश कुमार रणछोड़ नहीं हैं, जो मैदान छोड़कर भाग जाएं। नीतीश कुमार यहीं रहेंगे, सरकार को जितवाएंगे और अपनी बातें मजबूती से रखेंगे। ये वक्त सरकार के साथ सौदे का नहीं, मजबूती से खड़े होने का है। विास मत जीतने के बाद कल से हम नए तेवर के साथ मुख